जे रहिम उत्तम प्रकृत्ति का करि सकत कुसंग।
चन्दन विष व्यापत नहीं , लपटे रहत भुजंग। ।
जो मनुष्य उत्तम प्रकृति के होते हैं उन पर बुरी संगत से कोई प्रभाव नहीं पड़ता। जैसे चंदन के पेड़ पर सर्प ( सांप )लिपटे रहने से चंदन की खुशबू नहीं जाती। अर्थात अच्छे मनुष्य बुरे लोगों को भी अच्छा बना देते हैं।