विरला जानन्ति गुणान् विरला: कुर्वाfन्त निर्धने स्नेहम् ।
विरला: परकार्यरता: परदु:खेनापि दु:खिता विरला: ।।
दूसरों के गुण पहचाननेवाले थोडे ही है । निर्धन से नाता रखनेवाले भी थोडे है । दूसरों के काम में मग्न होनेवाले थोडे हैं तथा दूसरों का दु:ख देखकर दु:खी होनेवाले भी थोडे है ।